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गिलोय कब खाना चाहिए। पतंजलि गिलोय घनवटी के फायदे।giloy ke kya laabh hain.

गिलोय कब खाना चाहिए। पतंजलि गिलोय घनवटी के फायदे।giloy ke kya laabh hain.

गिलोय कब खाना चाहिए। पतंजलि गिलोय घनवटी के फायदे। गिलोय का सेवन कितने दिन तक करना चाहिए? गिलोय घनवटी कब खाना चाहिए। गिलोय का हिंदी नाम क्या है? गिलोय सेवन विधि। गिलोय से हानि। गिलोय जूस के फायदे और नुकसान। giloy ke kya laabh hain? patanjali giloy.

गिलोय कब खाना चाहिए। giloy kab khaana chaahie.

When should Giloy be eaten? आज हम आपको यह बताएंगे। कि गिलोय giloy कब खाना चाहिए । गिलोय giloy के क्या फायदे benefit होते हैं। गिलोयgiloy किन किन बीमारियों को दूर करने में फायदेमंद होती है। आइए जानते हैं!
गिलोय giloy की बेल बहुत ही लाभदायक होती है। हमारे स्वास्थ्य के लिए विभिन्न प्रकार के रोगों को दूर करने के लिए गिलोय बहुत ही लाभदायक होती है। गिलोय का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद है। गिलोय giloy बहुत सारे रोगो के लिए भी लाभदायक है। अगर आप को बुखार है, तो आप दो गिलास पानी में गिलोय के पत्ते डालकर उबाल ले।पानी आधा होने के बाद में छानकर मरीज को पिला दे। ऐसा करने से आपकी बुखार खत्म हो जाती है। बुखार उतर जाती है। बीमारियों से निजात द‍िलाने वाला है गिलोय जोड़ों के दर्द के लिए ,व चिकनगुनिया के लिए भी गिलोय giloy की बेल का सेवन करते हैं। इससे भी आपको फायदा benifit होता है।जोड़ों का दर्द है। आप गिलोय के पत्ते और गिलोय की टहनी को पानी में उबालकर उसमें अदरक तुलसी के पत्ते डालकर अच्छे से उबाल ले।पानी आधा होने के बाद में छानकर पी लें। ऐसा करने से भी आपके जोड़ों का दर्द दूर होता है।

पतंजलि गिलोय घनवटी के फायदे।

giloy ke fayde : गिलोय के फायदे। वैसे तो आपने गिलोय giloy के फायदे benifit के बारे में खूब सुना होगा। इसके सेवन से हमें किस प्रकार की कौन सी बीमारियों से छुटकारा मिलता है। उन सभी के बारे में तो आप जानते ही हैं। गिलोय giloy के क्या लाभ होते हैं।आज हम आपको बताते हैं। पतंजलि Patanjali गिलोय giloy घनवटी ghanvati के क्या फायदेbenifit होते हैं पतंजलि Patanjali गिलोय स्वरस किस काम में आता हैं। उनके बारे में हम आज आपको विस्तार पूर्वक बताते हैं।

  • गिलोय giloy के सेवन से इम्यूनिटी immunity को बढ़ाया जा सकता है।
  • पीलिया के रोगी को गिलोय giloy की बेल के पत्तों का सेवन करने से पीलिया के रोग में आराम मिलता है। कई भयानक बीमारियों का इकलौता इलाज है।कई रोगों से निजात द‍िलाने वाला है। गिलोय।
  • पेट से जुड़ी कई प्रकार की बीमारियों को दूर करने में गिलोय giloy बहुत ही फायदेमंद होता है। इसका सेवन करने से पेट से संबंधित कई प्रकार की समस्याएं भी दूर होती है।
  • अगर आपके हाथ- पैरों में जलन व स्किन एलर्जी आदि कई प्रकार की बीमारियां है, तो आप गिलोय का सेवन कर सकते हैं।
  • गिलोय giloy का सेवन करने से जोड़ों का दर्द भी दूर होता है।
  • गिलोय से बुखार में भी आराम मिलता है।
  • स्ट्रेस से राहत मिलती है।कई भयानक बीमारियों का इकलौता इलाज है। कई रोगो से निजात द‍िलाने वाला है गिलोय
  • बवासीर के लिए।
  • पाचन शक्ति को मजबूत बनाता है।
  • आंखों की रोशनी को बढ़ाता है।
  • अस्थमा को सही करता है।

गिलोय के क्या लाभ हैं? giloy ke kya laabh hain?

आइए जानते हैं! गिलोय खाने के क्या-क्या लाभ हैं? जैसा कि आपने देखा होगा ऊपर गिलोय खाने के क्या फायदे हैं । वैसे ही गिलोय के कई प्रकार के लाभ होते हैं। आज हम उन्हीं के बारे में चर्चा करेंगे। कि गिलोय आपके शरीर के लिए क्या क्या लाभ प्रदान करती है। और गिलोय से आप क्या-क्या लाभ ले सकते हैं। जोकि बहुत ही महत्वपूर्ण है गिलोय वैसे तो सभी जगहों पर आसानी से उपलब्ध हो जाती है। गिलोय के पत्ते गिलोय की बेल कई प्रकार के लाभ प्रदान करती है । गिलोय का पेड़ सभी चीजों में लाभकारी होता है । खासकर बीमारियों में बहुत ही लाभकारी होता है।

गिलोय गिलोय का सेवन करके आप इम्यूनिटी पावर में लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
गिलोय का सेवन करके आप चिकनगुनिया जैसी बुखार में वह बीमारी में इसका सेवन करें लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
गिलोय का सेवन करें आप पेट से जुड़ी वह हृदय से जुड़ी कई बीमारियों में लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
गिलोय से जोड़ों के दर्द मैं भी बेहद आराम मिलता है ।गिलोय का सेवन करें जोड़ों के दर्द को दूर किया जा सकता है।
गिलोय का सेवन कर आप बहुत सारी शरीर की बीमारीयो मैं जैसे पीढ़ियां एलर्जी इत्यादि बीमारियों में गिलोय का सेवन कर आप लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

गिलोय का सेवन कितने दिन तक करना चाहिए?

giloy vati giloy ka sevan kaise karen : गिलोय का सेवन कैसे करें। आपने गिलोय giloy का नाम तो खूब सुना ही होगा। गिलोय giloy की बेल के बारे में तो आप जानते ही हैं। लेकिन क्या आप यह जानते हैं, कि गिलोय giloy का सेवन कितने दिन तक करना चाहिए? कितने दिन तक नहीं करना चाहिए! क्या आप इन सभी बातों के बारे में जानते हैं। अगर नहीं जानते हैं, तो आज हम आपको बताते हैं, कि गिलोय giloy का सेवन कितने दिन तक करना हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है।

गिलोय giloy का सेवन कितने दिन तक करना चाहिए? यह हम आज आपको बताते हैं,अगर कोई व्यक्ति अपने मोटापे से परेशान है, तो अपने मोटापे को कम करने के लिए गिलोय giloy का सेवन कर सकता है। गिलोय का सेवन एक चम्मच रस में एक चम्मच शहद मिलाकर सुबह-शाम इसका सेवन करने से आपका मोटापा दूर हो जाता है। आपका मोटापा कम होने या दूर होने के बाद इसका सेवन करना बंद कर देना चाहिए!
गिलोयgiloy का सेवन 3 महीने month तक करना चाहिए। इससे अधिक सेवन करने के लिए आप डॉक्टर (Doctor) की सलाह ले सकते हैं। अपनी बीमारी के हिसाब से कम या ज्यादा ले सकते हैं।

गिलोय की गोली कब खानी चाहिए? गिलोय घनवटी कब खाना चाहिए।

giloy ghanavatee kab khaana chaahie : आज हम आपको गिलोय giloy की गोली के बारे में बताएंगे। गिलोय giloy की गोली आपको किस प्रकार से फायदा देती है। इसके बारे में हम आपको विस्तार पूर्वक बताते हैं!
अगर आप अपनी इम्यूनिटी(immunity) बढ़ाना चाहते हैं, तो गिलोय giloy अर्क, गिलोय रस या गिलोय giloy की गोलियों का सेवन करते हैं, तो इसे हमेशा खाली पेट ही सेवन करना चाहिए । इससे आप को ज्यादा लाभ मिलता है। इम्यूनिटी (immunity) को बढ़ाने के लिए गिलोय giloy का इस्तेमाल किया जाता है। इतना ही नही इसका इस्तेमाल डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया के साथ-साथ बैक्टीरियल (Bacteria) इंफेक्शन(infection) दूर करने के लिए भी बहुत फायदेमंद है। गिलोय giloy के पत्तों का आकार पान के पत्तों से मिलता-जुलता होता है। औऱ स्वाद में ये थोड़े कड़वे, कसैले और तीखे होते हैं। गिलोय पाचन संबंधी समस्याओं, डायबिटीज Diabetes, पीलिया piliya आदि से छुटकारा दिलाने में भी लाभकारी है। अगर आपको गिलोय नहीं मिल रहे हैं, तो आप बाजार से गिलोय giloy घनवटी ghanvati ले सकते हैं। इसका सेवन आप दिन में दो बार एक-एक गोली का सेवन करें।

गिलोय का हिंदी नाम क्या है? giloy ka hindee naam kya hai?

What is the Hindi name of Giloy? आप जानते हैं, की गिलोय giloy का हिंदी Hindi नाम क्या है। अगर आप गिलोय giloy का हिंदी Hindi नाम नहीं जानते हैं ,तो आज हम आपको गिलोय के हिंदी नाम के बारे में बताते हैं। आइए जानते हैं , गिलोय giloy का हिंदी Hindi नाम क्या है।

गिलोय giloy को हिंदी Hindi में गुडुची के नाम से जाना जाता है। गिलोय को अंग्रेजी( English ) नाम टीनोस्पोरा(Tinospora) कार्डडीफोलिया के नाम name से जाना जाता है। अन्य अलग-अलग प्रकार की भाषाओं में अलग अलग नाम से भी जाना जाता है। जैसे कि अमृता , छिन्नरूहा चक्रांगी , गुच्छ व अन्य कई प्रकार के नाम name से जाना जाता है। गिलोय giloy की बेल जिस पेड़ के सहारे ऊपर चढ़ती है। उसके अंदर औषधीय गुण भी आ जाते हैं। इसलिए यदि गिलोय giloy की बेल नीम के पेड़ के ऊपर चढ़ती है, तो इससे नीम गिलोय के नाम से जाना जाता है।

नीम गिलोय तुलसी के फायदे।

giloy ghanvati benefits in hindi : आपने गिलोय (giloy) के फायदे के बारे में तो खूब सुना है। लेकिन क्या आपने कभी नीम गिलोय, तुलसी के फायदों के बारे में भी सुना और देखा है। अगर आपने नीम और गिलोय (giloy) तुलसी के फायदे के बारे में ना ही सुना है, और ना ही इनके बारे फायदों के बारे में आप जानते हैं ,तो हम आज आपको इनके बारे में बताएंगे।

गिलोय के फायदे बाबा रामदेव।गिलोय ,नीम ,तुलसी तीनों में ही औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो कि व्यक्ति के शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं। गिलोय का सेवन इम्यूनिटी (immunity) बढ़ाने में पीलिया (piliya) रोग को खत्म करने में गठिया वात रोग को कम करने में सर्दी ,खांसी, जुकाम व पेट की समस्या को दूर करने में तुलसी का उपयोग किया जाता है। नीम का उपयोग भी अन्य कई प्रकार के रोगों से लड़ने के लिए किया जाता है। तुलसी के पत्तों का सेवन मुंह की दुर्गंध दूर हटाने के लिए भी किया जाता है। नीम की पत्तियों का सेवन त्वचा में होने वाले खाज, खुजली व फोड़ा -फुंसी इत्यादि को ठीक करने के लिए नीम की पत्तियों का सेवन किया जाता है। नीम की कच्ची पत्तियों का सेवन करने से खून साफ होता है। त्वचा संबंधी रोग दूर होते हैं। नीम की पत्तियों को चबाकर खाने की जगह आप पानी में उबालकर भी नहाने के काम में ले सकते हैं। ऐसा करने से शरीर पर होने वाली एलर्जी खत्म हो जाती है। नीम की पत्तियों का सेवन कैंसर की बीमारी को दूर भगाने में क्या जाता है तुलसी के पत्तों का सेवन से खांसी, जुखाम दूर होते हैं। गिलोय पीलिया रोग के लिए फायदेमंद है neem नीम गिलोय giloy तुलसी के पत्तों का सेवन कब्ज को दूर करने के लिए भी किया जाता है।

गिलोय सेवन विधि। giloy sevan vidhi.

Giloy intake method : आज हम आपको गिलोय (giloy) की सेवन विधि के बारे में विस्तार पूर्वक बताते हैं। आइए जानते हैं! गिलोय (giloy) सेवन विधि क्या होती है? इसका सेवन किस प्रकार से करना चाहिए।
इसका सेवन हमेशा खाली पेट किया जाना चाहिए। अगर आपको बुखार है, तो आप 40 ग्राम गिलोय की ताजी पत्तियों को मसलकर उसमें लगभग 250 मिली पानी मिलाकर रात भर बर्तन में रख दें। सुबह इस पानी को छानकर पी ले व दिन में 3 बार इस पानी का सेवन करे।और इसका थोड़ी-थोड़ी मात्रा में सेवन करने से ही बुखार चला जाता है। या बुखार उतर जाता है गिलोय (giloy) का सेवन सही प्रकार से करने पर विभिन्न रोगों से छुटकारा मिलता है।

गिलोय से हानि। giloy se haani.

गिलोय से हानि ऑटो इम्यून बीमारियों का खतरा ।
गिलोय giloy के सेवन से शरीर की इम्युनिटी (immunity) पॉवर power मजबूत strong होती है ।लेकिन कई बार इम्युनिटी(immunity) के अधिक सक्रिय होने की वजह से ऑटो इम्यून(autoimmune)बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। पाचन शक्ति तो मजबूत होती है। इसका अधिक सेवन करने से पेट में कई प्रकार की और भी समस्याएं हो सकती हैं। जैसे कि पेट में जलन पेट में गैस का बनना ऐसी कई प्रकार की समस्या हो सकती हैं।

गिलोय से हानि ब्लड शुगर।
वैसे तो गिलोय giloy बहुत ही गुणकारी होती है। लेकिन गुणकारी होने के साथ-साथ इसका अधिक सेवन करने से कई प्रकार की हानियां भी हो सकती हैं। जिन लोगों को रक्त शर्करा की समस्या रहती है। उन व्यक्तियों को गिलोय का सेवन नहीं करना चाहिए। गिलोय giloy का सेवन करने से बचना चाहिए!क्योंकि यह रक्त शर्करा को और अधिक प्रभावित कर देता है । गिलोय giloy रक्त शर्करा के स्तर को कम कर देता है।इस कारण से आपका ब्लड शुगर कम हो जाता है, तो स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। इसलिए गिलोयgiloy के सेवन से ब्लड शुगर के व्यक्ति को हमेशा बच के रहना चाहिए।

गिलोय से हानि गर्भावस्था ।
गर्भवती महिला को गिलोय giloy का सेवन नहीं करना चाहिए।क्योंकि गिलोय की तासीर गर्म होती है इस कारण से गर्भवती महिला को इसका सेवन नहीं करना चाहिए। अगर आप इसका सेवन करना चाहते हैं तो डॉक्टर doctor की सलाह के अनुसार ही इसका सेवन करें।

गिलोय जूस के फायदे और नुकसान। giloy juice.

giloy vati ke fayde in hindi : गिलोय के फायदे और नुकसान इन हिंदी। आइए जानते हैं, गिलोय giloy जूस juice के फायदे benefit क्या क्या होते हैं। साथ ही आज हम आपको यह भी बताएंगे। कि गिलोय giloy के जूस juice के फायदे benefit साथ ही इसका अधिक सेवन करने पर यह हमें नुकसान भी देता है। किस प्रकार से हमें नुकसान देता है। उनके बारे में आज हम आपको स्पष्ट रूप से बताते हैं।

  1. giloy ghanvati ke fayde. फायदे :-
  2. गिलोय के सेवन से इम्यूनिटी(immunity) को बढ़ाया जा सकता है।
  3. पीलिया के रोगी को भी गिलोय (giloy) की बेल के पत्तों का सेवन करने से पीलिया के रोग में आराम मिलता है।
  4. पेट से जुड़ी कई प्रकार की बीमारियों को दूर करने में गिलोय (giloy) बहुत ही फायदेमंद होता है। इसका सेवन करने से पेट से संबंधित कई प्रकार की समस्याएं भी दूर होती है।
  5. अगर आपके हाथ -पैरों में जलन व स्किन एलर्जी आदि कई प्रकार की बीमारियां है, तो आप गिलोय का सेवन कर सकते हैं
  6. गिलोय (giloy) का सेवन करने से जोड़ों का दर्द भी दूर होता है।
  7. गिलोय (giloy) से बुखार में भी आराम मिलता है।
  8. स्ट्रेस से राहत मिलती है।
  9. पाचन शक्ति को मजबूत बनाता है।
  10. आंखों की रोशनी को बढ़ाता है।
  11. अस्थमा को ठीक करता है।

गिलोय के नुकसान। giloy ke nukasan:-

गिलोय के नुकसान ऑटो इम्यून बीमारियों का खतरा ।
गिलोय giloy के सेवन से शरीर की इम्युनिटी (immunity) पॉवर( power)मजबूत strong होते है लेकिन कई बार इम्युनिटी(immunity) के अधिक सक्रिय होने की वजह से ऑटो इम्यून बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। पाचन शक्ति तो मजबूत होती है। लेकिन इसका अधिक सेवन करने से पेट में कई प्रकार की और भी समस्याएं हो सकती हैं। जैसे कि पेट में जलन ,पेट में गैस का बनना ऐसी कई प्रकार की समस्या हो सकती हैं।

ब्लड शुगर।
वैसे तो गिलोय giloy बहुत ही गुणकारी होती है। लेकिन गुणकारी होने के साथ-साथ इसका अधिक सेवन करने से कई प्रकार की हानियां भी हो सकती हैं, जिन लोगों को रक्त शर्करा की समस्या रहती है। उन व्यक्तियों को गिलोय का सेवन नहीं करना चाहिए । गिलोय (giloy) का सेवन करने से बचना चाहिए । क्योंकि यह रक्त शर्करा को और अधिक प्रभावित कर देता है। गिलोय (giloy) रक्त शर्करा के स्तर को कम कर देता है। इस कारण से आपका ब्लड शुगर कम हो जाता है, तो स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। इसलिए गिलोय( giloy) के सेवन से ब्लड शुगर के व्यक्ति को हमेशा बच के रहना चाहिए।

गिलोय के नुकसान गर्भावस्था ।

गर्भवती( garbhvati )महिला को गिलोय(giloy) का सेवन नहीं करना चाहिए? क्योंकि गिलोय(giloy) की तासीर गर्म hot होती है। इस कारण से इसका सेवन नहीं करना चाहिए। अगर आप इसका सेवन करना चाहते हैं, तो डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही इसका सेवन करें।

गिलोय जूस कब पीना चाहिए गिलोय का काढ़ा कितने दिनों तक पीना चाहिए।

आज हम आपको गिलोय(giloy) जूस (juice) कब पीना चाहिए।गिलोय (giloy) जूस का काढ़ा कितने दिन तक है ,पीना चाहिए। इसके बारे में आज हम आपको बताते हैं। आइए जानते हैं। गिलोय (giloy) जूस (juice) का काढ़ा कितने दिन तक व कैसे पीना चाहिए। गिलोय (giloy) के काढ़े का सेवन जूस ( juice) का सेवन पानी में गिलोय (giloy) का जूस निकालकर उसमें तुलसी के पत्तों का रस डालकर अदरक का रस निकालकर व तीनों को मिलाकर गैस पर रख दें। इसको आधा होने के बाद में इसका दिन में एक बार आधे गिलास तक इसका सेवन कर सकते हैं।गिलोय (giloy) की पत्तियों के रस का सेवन आप अकेले भी कर सकते हैं। इसमें थोड़ा सा पानी( water) डालकर गिलोय (giloy) के जूस (juice) को आधा होने तक उबालें। इसके बाद इसे छलनी की सहायता से छानकर ठंडा होने पर आप इसका सेवन कर सकते हैं। गिलोय (giloy) के काढ़े का सेवन आप 3 महीने (month) तक कर सकते हैं। इसके साथ ही अगर आपको बीमारी कम या ज्यादा है।उस हिसाब से भी आप इसका सेवन कम या ज्यादा दिनों तक कर सकते हैं।साथ ही डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक हैं।

पतंजलि गिलोय स्वरस के फायदे।

patanjali giloy ke fayde in hindi : पतंजलि गिलोय जूस पीने का तरीका। आज हम आपको पतंजलि (Patanjali) गिलोय (giloy) जूस (juice) पीने का क्या फायदा (Benefit) होता हैं? उसके बारे में हम आपको विस्तार पूर्वक बताते हैं। जिनका सेवन करके आप अपनी अनेक प्रकार की बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं। इसके पीने का सही तरीका क्या है!आइए जानते हैं।

पतंजलि (Patanjali) गिलोय( giloy) जूस (juice) पीने के लिए आप सबसे पहले गिलोय (giloy) की पत्तियों का जूस (juice) निकाल ले। उसमें 2 से 3 चम्मच गिलोय (giloy) के रस की व साथ ही उसमें आधा गिलास पानी मिला ले। इसका सेवन सुबह खाली पेट करें। अगर आप पतंजलि (Patanjali) काढ़ा बनाना चाहते हैं,तो आप गिलोय (giloy) केे रस में आधा गिलास पानी मिलाकर थोड़ी देर के लिए गैस पर पकाएं। इसके बाद ठंडा होने पर इसमें शहद मिलाएं। दिन में 2 बार खाना खाने के बाद आप इसका सेवन कर सकते हैं।पतंजलि (Patanjali) गिलोय (giloy) जूस का सेवन आप गिलोय (giloy) के जूस में तुलसी, अदरक, लौंग, काली मिर्च, व शहद मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं।

गिलोय की तासीर। giloy ki taseer. patanjali giloy.

giloy kee taaseer : आप जानते ही हैं, कि गिलोय (giloy) की तासीर गर्म होती है। पतंजलि (patanjali) गिलोय (giloy) की भी तासीर गर्म होती है। इसलिए इसका सेवन हम लंबे समय तक नहीं कर सकते हैं। पतंजलि (patanjali) गिलोय (giloy) की तासीर के बारे में हम आज आपको बताते हैं की गिलोय की तासीर गर्म होने के साथ-साथ यह हमारे शरीर के लिए किस प्रकार से उपयोगी होती है। कौन-कौन से रोगों को दूर करने में सहायक होती है।आइए जानते है।

गिलोय (giloy) की तासीर गर्म होती है। इसका सेवन लगातार बहुत लंबे समय तक नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसकी तासीर अधिक गर्म होने के कारण गिलोय का सेवन अधिक मात्रा में कर लेने से अन्य कई प्रकार की बीमारियां भी हो सकती हैं इसलिए गिलोय की पत्तियों का सेवन व पतंजलि( patanjali) गिलोय (giloy) के पाउडर (powder) का सेवन आप सर्दी, खांसी, जुकाम ,बुखार, जोड़ों के दर्द में, मोटापा कम करने के लिए ने (immunity) बढ़ाने में इसका सेवन कर सकते है। लेकिन बहुत लंबे समय तक आपको इसका सेवन करते नहीं रहना चाहिए। क्योंकि इसकी तासीर बहुत अधिक गर्म होती है इसलिए इसका सेवन गर्मियों में कम करना चाहिए।


डाबर गिलोय घनवटी के फायदे। गिलोय रस के फायदे। गिलोय घनवटी के फायदे।

Benefits of Giloy Ghanvati : आपने डाबर (Dabur) गिलोय (giloy) घनवटी (ghanvati) का नाम तो सुना ही होगा। गिलोय (giloy) घनवटी (ghanvati) क्या होती है। इस का रस पीने से क्या फायदे Benefit होते हैं। इसके बारे में आज हम आपको बताते हैं।आइए जानते हैं। डाबर (Dabur) गिलोय (giloy)घनवटी (ghanvati) के रस पीने के क्या-क्या फायदे (Benefit) होते हैं, जो कि निम्न हैं:-

  1. डाबर( Dabur) गिलोय (giloy) घनवटी (ghanvati) पीलिया के रोग के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है। पीलिया से होने वाले दर्द और बुखार से भी छुटकारा दिलाती है। इसलिए गिलोय (giloy) घनवटी(ghanvati) का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद होता है।
  2. डाबर (Dabur) गिलोय (giloy) घनवटी (ghanvati) बहुत ही फायदेमंद होती है। शरीर में इम्यूनिटी (immunity) को बढ़ाती है। अगर आप डाबर Dabur गिलोय (giloy) घनवटी ghanvati का सेवन करते हैं, तो रोग (Rog ) प्रतिरोधक (pratirodhak) क्षमता (kshamta) मजबूत (strong) होती है। शरीर को कई प्रकार के रोगों से मुक्ति भी दिलाती है। इसलिए डाबर Dabur गिलोय (giloy) घनवटी (ghanvati) बहुत ही फायदेमंद होती है। इसलिए इसका सेवन अवश्य करें।
  3. डाबर( Dabur) गिलोय (giloy) घनवटी (ghanvati) का सेवन करने से आंखों (eyes) की रोशनी भी बढ़ती है। क्योंकि डाबर (Dabur) गिलोय (giloy) घनवटी (ghanvati) में कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो कि हमारी आंखों के लिए फायदेमंद होते हैं। हमारे आंखों eyes की रोशनी को भी बढ़ाते हैं। इसलिए डाबर (Dabur) गिलोय (giloy) घनवटी (ghanvati) का सेवन अवश्य करना चाहिए।
  4. डाबर (Dabur) गिलोय(giloy) घनवटी (ghanvati) का सेवन करने से डेंगू (Dengue) के बुखार(fever) में भी आराम मिलता है डेंगू (Dengue) से होने वाले बुखार (fever) के साथ कमजोरी को भी दूर करता है। इसलिए घनवटी(ghanvati) का सेवन अवश्य करना चाहिए। ताकि आपके शरीर में बुखार(fever) के साथ-साथ कमजोरी को भी दूर कर सकें। इसके जूस juice का सेवन अवश्य करना चाहिए । ताकि यह आपको डेंगू (Dengue) की बीमारी(fever) से बचा सकें।
  5. डाबर (Dabur) गिलोय (giloy) घनवटी(ghanvati) ऐसे तो कई सारे रोगों को दूर करने में बहुत ही फायदेमंद होता है। लेकिन यह एसिडिटी(Acidity) की समस्या को भी दूर करता है। एसिडिटी (Acidity) की समस्या होने पर डाबर(Dabur) गिलोय(giloy) घनवटी(ghanvati) का सेवन करने से एसिडिटी (Acidity) की समस्या खत्म हो जाती हैं।
  6. डाबर (Dabur) गिलोय(giloy) घनवटी (ghanvati) का सेवन करने से डायबिटीज (Diabetes) में भी आराम मिलता है। गिलोय (giloy) में पाए जाने वाले कई प्रकार के पोषक तत्व है, जो कि डायबिटीज (Diabetes) की समस्या को दूर करते हैं। रक्त में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित रखने में बहुत ही उपयोगी होता है।
  7. इसलिए जिन लोगों को डायबिटीज(Diabetes) की समस्या है। उन लोगों को गिलोय (giloy) का सेवन अवश्य करना चाहिए । ताकि आपको भी डायबिटीज (Diabetes)की समस्या से निजात मिल सकें।
  8. डाबर (Dabur) गिलोय(giloy) घनवटी (ghanvati) का सेवन करने से पाचन संबंधी समस्या भी दूर होती है। कई लोगों को कब्ज की समस्या, पाचन की समस्या व पेट फूलना, गैस की समस्या जैसी कई प्रकार की समस्या होने पर आप डाबर (Dabur) गिलोय (giloy) घनवटी (ghanvati) का सेवन करके अपने पाचन संबंधी समस्या को दूर कर सकते हैं।अपनी पाचन शक्ति को बढ़ा सकते हैं। यह बहुत ही फायदेमंद होती है।

गिलोय की गोली। giloy ghanvati tablet uses in hindi.

giloy tablets. : आज हम आपको गिलोय (giloy) की टेबलेट (tablets) यानी की गिलोय (giloy) की गोली का सेवन कैसे व कब करे । कौन सी बीमारी वाले लोग उसका सेवन कर सकते हैं। इसके बारे में आज हम आपको बताते हैं।

गिलोय (giloy) की गोली का सेवन खाली पेट करना चाहिए। क्योंकि खाली पेट सेवन करने से अधिक लाभ मिलता है। अगर आप शुगर sugar के पेशेंट patient है ,तो आप को गिलोय (giloy) का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से आपकी शुगर लेवल और अधिक डाउन हो जायेगा । गिलोय (giloy)घनवटी (ghanvati) का सेवन बुखार(fever) से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है इस टेबलेट(tablets) का उपयोग दिन में 2 बार खाना खाने के बाद करें।

गिलोय टेबलेट के फायदे। giloy tablet.

Benefits of Giloy tablet : आइए जानते हैं! गिलोय giloy टेबलेट tablet के क्या- क्या फायदे benefit होते हैं? गिलोय giloy टेबलेट tablet. किन-किन बीमारियों में फायदा देती है। हमारे शरीर के विभिन्न प्रकार के रोगों को दूर करके हमें फायदा पहुंचाती है। आइए जानते हैं। उन फायदों benefit के बारे में ।

  • डायबिटीज दूर भगाने में।
  • पाचन क्रिया बढ़ाने मे।
  • आंखों की रोशनी बढ़ाने में।
  • इम्यूनिटी बढ़ाने में।
  • खांसी ,जुखाम दूर करने में।
  • मोटापा कम करने में।
  • बुखार को दूर करने में ।

गिलोय पाउडर। giloy ka patta. giloy powder.

giloy paudar : आज हम आपको गिलोय (giloy) के पत्ते और गिलोय (giloy) पाउडर (powder) के बारे में बताएंगे। गिलोय giloy के पत्ते का स्वाद कैसा होता है। इसका उपयोग कैसे किया जाता है। गिलोय (giloy) पाउडर (powder) को कैसे यूज़ use किया जाता है। किन किन बीमारियों में फायदा (benefit) देता हैं।
गिलोय (giloy) के पत्ते का आकार पान के पत्ते के आकार का होता है। इसका स्वाद कसैला, तीखा व कड़वा होता है। इसका उपयोग खांसी बुखार को ठीक करने में, डायबिटीज को दूर करने में ,पीलिया के रोग में लाभदायक है। साथ ही गिलोय (giloy) की पत्तियों का सेवन आंखों के लिए बेहद गुणकारी है।

1 giloy stem divyajadibuti powder =रु. 110

2 mr ayurveda giloy powder=रु. 99

3 baba giloy churna=रु. 80

4 four seasons giloy powder=रु. 60

5 puyur ayurveda giloy powder=रु. 57

गिलोय की लकड़ी के फायदे। गिलोय चूर्ण के फायदे। giloy kee lakade ke phayade.

‌Benefits of Giloy Powder: आज हम आपको गिलोय (giloy) की लकड़ी के फायदों( benefit) के बारे में बताएंगे। वैसे तो गिलोय (giloy) के बहुत सारे फायदे (benefit )भी हैं। गिलोय( giloy )आसानी से उपलब्ध हो जाती है। यह बहुत ही चमत्कारिक लकड़ी होती है। जिनका सेवन करके आप अपनी समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।यह आयुर्वेद( Ayurvedic) की दवाइयां (davaiyan) बनाने के लिए बहुत ही काम आती है। जिससे विभिन्न प्रकार की बीमारियां दूर की जा सकती है। गिलोय (giloy) की लकड़ी का इस्तेमाल करके आप विभिन्न प्रकार की बीमारियों को दूर भगा सकते हैं जैसे कि :-

  • डायबिटीज दूर भगाने में।
  • पाचन क्रिया बढ़ाने में।
  • आंखों की रोशनी बढ़ाने में।
  • इम्यूनिटी बढ़ाने में।
  • खांसी जुखाम दूर करने में।
  • मोटापा कम करने में।
  • बुखार को दूर करने में।
  • पीलिया की बीमारी को दूर करने में।
  • मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में।

गिलोय से गठिया का इलाज। giloy se gathiya ka ilaaj.

Gout treatment with Giloy : आज हम आपको गिलोय (giloy) से गठिया रोग का इलाज कैसे कर सकते हैं। गिलोय (giloy)) कौन-कौन सी बीमारियों में सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। आइए जानते हैं। गठिया (giloy) रोग का इलाज गिलोय (giloy) का सेवन करके कैसे कर सकते हैं। अगर आप गठिया या वात रोग से पीड़ित हैं, तो आप गिलोय का सेवन कर सकते हैं। क्योंकि यह सूजन को कम करता है। साथ ही गठिया रोग को ठीक करने में भी लाभदायक है। गिलोय (giloy) से गठिया का इलाज साथ ही साथ यह जोड़ों के दर्द में भी काफी लाभदायक है। गिलोय (giloy) का सेवन 6 साल की उम्र से अधिक वाले व्यक्ति ही इसका सेवन कर सकते हैं।इससे कम उम्र के व्यक्ति को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।

गिलोय का पौधा। गिलोय का पेड़। giloy plant. giloy tree.

आइए जानते हैं। गिलोय giloy का पेड़ कैसा होता है। साथ ही यह भी बताएंगे। कि गिलोय का पेड़ होता है, या गिलोय की बेल होती है। उसके बारे में हम आपको बताते हैं।आइए जानते हैं! गिलोय के बारे में। गिलोय( giloy) का कोई पेड़tree नहीं होता है। बल्कि गिलोय( giloy)) की बेल होती है। जिसकी पत्तियों व टहनियों को अनेक प्रकार की बीमारियों को दूर करने के लिए काम में लिया जाता है। गिलोय (giloy) की पत्तियां खांसी, जुकाम, बुखार ,डेंगू व जोड़ों का दर्द व कई प्रकार की बीमारियों को दूर करने के काम में आती है। गिलोय (giloy) की बेल किसी पेड़ के सहारे से ऊपर चढ़ती है,वहीं इसकी पत्तियां पान के आकार की होती है।

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